मैंनेजमेंट और नितीश कुमार की राजनीति
- Dr. A K Yadav

- Jan 30, 2024
- 1 min read
कॉरपोरेट में नौकरी करने वालों के लिए नीतीश कुमार बहुत शानदार स्टडी केस है। नीतीश की राजनीति से मैनेजमेंट के कई सबक मिलते है..
1. जब तक दूसरा ऑफर लैटर हाथ में न हो, पहली कंपनी से रिजाइन मत करो।
2. एक बार दूसरा ऑफर स्वीकार कर लो तो पहली कंपनी कितना भी इन्क्रीमेंट, प्रमोशन का लालच दे, रुको मत क्योंकि एक बार इस्तीफा देने के बाद हायर मैनेजमेंट की नजरों में आ चुके होते हो और भले आप रुक गए हो, कंपनी आपका रिप्लेसमेंट ढूँढने लगती है।
3. अगर आपमें स्किल्स हैं और आप कंपनी के लिए असेट हो तो पहली कंपनी के दरवाजे आपके लिए हमेशा खुले रहेंगे। इसलिए अपने स्किल्स को तराशते रहिए, मार्केट में डिमांड बनी रहेगी! बारगेनिंग के लिए हमेशा ओपन रहिए। अड़ियल रवैया नुकसान कर सकता है।
4. कंपनी लॉयल्टी, एथिक्स, वर्क कल्चर वगैरे सब हवाई बातें हैं। कॉरपोरेट के जंगल में हर व्यक्ति/कंपनी शिकार भी है और शिकारी भी। यहाँ आपको बस अपने लिए सोचना है। जब लेऑफ़ होंगे, कंपनी एक बार भी आपके लिए नहीं सोचेगी जब अच्छा ऑफर आयेगा आपका कोई टीम मेम्बर आपके लिए नहीं रुकेगा। इसलिए बस शिकार पर नजर रखिये और जब मौका मिले अपना हिस्सा लेकर अगले मिशन पर चल निकलें।
5. नेटवर्किंग हमेशा सॉलिड बनाकर रखिये। किससे कब फिर से पाला पड़ जाए, भरोसा नहीं!
आज के लिए मैनेजमेंट सबक बस इतना ही।
Comments